आज के इस आर्थिक युग में हम आए दिन कभी न कभी किसी न किसी से यह Finance शब्द सुनते ही रहते हैं, मगर finance के बारे में संपूर्ण जानकारी की फाइनेंस किसे कहते हैं, फाइनेंस क्या है, What is Finance in Hindi आदि जैसे सवालों का जवाब नही मालूम होता है, यह आर्टिक्ला पढ़ कर सभी सवालों का जवाब आपको विस्तार रूप से मिल जाएगा।
फाइनेंस क्या है? (Finance In Hindi )
who finance miniter of india हमारे देश के फाइनेंस मॉनिटर Nirmala Sitharaman. है।
अक्सर हम सुना करते हैं फाइनेंस डिपार्टमेंट, फाइनेंस मिनिस्टर, फाइनेंस जॉब या फाइनेंस कंसल्टेंट तो आखिरकार फाइनेंस होता क्या है?
- तो finance शब्द अंग्रेजी भाषा में फ्रेंच के शब्द से लिया गया है Finance In Hindi में अर्थ होता है वित्त।
- फाइनेंस कई कार्यविधियो का एक समूह है यह बहुउद्देशीय शब्द है किसी भी व्यक्ति, कंपनी और सरकार के लिए क्योंकि सभी के लिए वित्त अतिआवश्यक होता है।
- क्या आपने कभी समंदर देखा है? जिस प्रकार से एक समंदर का बहुत ही बड़ा और अपने आप में बहुत ही विशाल रूप होता है ठीक उसी प्रकार पैसों के मामले में फाइनेंस भी एक प्रकार का समंदर ही है।
- वित्त, यानी कीसी भी कार्य, उत्पादन या कंपनी व्यस्था को चलाने के लिए हमे जिस पूंजी की जरूरत पड़ती है उसे वित्त यानी finance कहते हैं।
- पूंजी का सीधा संबंध हमारे पैसे यानी मुद्रा से होता है, किसी भी कंपनी, संस्थान, या स्टार्टअप को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमे पैसों की आवश्कता होती है, अगर हम अपने नीचे कोई कर्मचारी रखते हैं तो हमें उनकी भी तनख्वाह देनी होती है।
- यह सभी काम बिना वित्त के संभव नहीं होता, यानी सीधी और सरल भाषा में बोले तो फाइनेंस का मतलब होता है पैसों का प्रबंधन।
- यह पैसे हम खुद भी लगा सकते हैं और अगर हमारे पास नही होते हैं तो कई सारी ऐसी संस्थाएं है जो हमें ऋृण (Loan) मुहैया करवाती हैं और उन्हें हम फाइनेंशियल संस्थान कहते हैं।
फाइनेंस कितने प्रकार का होता है? (Types of finance?)
तो दोस्तो finance के तीन Types होता है
- व्यक्तिगत वित्त (Personal Finance)
- निगम वित्त (Corporate Finance)
- सरकारी वित्त (Public Finance)
इन तीनों का कार्य एक जैसा ही होता है, जैसे की सही तरीके से पैसों को निवेश करना, लेनदेन के लिए फंड व्यवस्थित करना, खर्च और निवेश का सही ज्ञान होना और बैंकिंग का सही ज्ञान होना।
लेकिन व्यक्ति, निगम, और सरकार के मामले में इनका मतलब बदल जाता है, आइए देख लेते है वो कैसे-
व्यक्तिगत वित्त (Personal Finance)
जैसा की शब्द से ही मालूम चल रहा है व्यक्तिगत यानी की किसी के भी व्यक्ति के धन को कैसे संभाला जाए धन पर कैसे नियंत्रण रखा जाए, और उनका जो धन है उस धन की मदद से ही कैसे और धन की वृद्धि करी जाए इन सब को कहा जाता है पर्सनल फाइनेंस।
निगम वित्त (Corporate Finance) –
इसमें किसी निगम को किस तरह से फंड जुटना है और किस समय पर कहां कहां उनको निवेश करना है इन सब बातों का खयाल रखना ही निगम वित्त कहलाता है।
सरकारी वित्त ( Public Finance) –
इसमें सरकार अपने आने और जाने वाले पैसों का हिसाब रखती है, सबसे पहले सरकार यह देखती है की हमारे पास कितना पैसा आ रहा है फिर देखी है की इसको हमे कहां कहां खर्च करना है
सरकार अपना वित्त इनकम-टैक्स, जी.एस.टी, होम-टैक्स, वाटर-टैक्स आदि से जुटातीहै फिर सरकार अपने लिए शोर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म योजना बनाती है और फिर उस हिसाब से अपने वित्त का इस्तेमाल करती है।
फाइनेंस का महत्त्व? (importance of finance)
- व्यापार विशेषज्ञों के लिए महत्वपूर्ण (Important for business expert’s) : सभी कंपनियां अपने कंपनी के अंदर एक या एक से अधिक व्यापारी विशेषज्ञ रखते हैं जो उनको उनकी कम्पनी में फाइनेंस से जुड़े निर्णयों को लेने में सहायता करता है, वित्त उन सभी के लिए अतिमहत्वपूर्ण होता है क्योंकि अगर वित्त ही नही रहेगा तो उनकी विशेषता का क्या अर्थ रह जाएगा।
- वित्तीय संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण (Important for financial institutions): आज के समय में अनेक वित्तीय संस्थानों का निर्माण हो चुका है जो जरूरत से समय लोगो को या व्यापारों को या सरकारों को वित्त मोहय्या करती है उदाहरण के लिए – India Infrastructure Finance Company Ltd (IIFCL), National Housing Bank (NHB) आदि। उन सभी संस्थानों के लिए वित्त अतिआवश्यक हो जाता है।
- आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण (Important for economic development) : मशहूर फिलॉसफर एडम स्मिथ ने अपनी किताब “द वेल्थ ऑफ़ द नेशन ( the wealth of the Nation ) में बताया है कि आर्थिक विकास के लिए बाजार में पैसे का चलन सबसे महत्त्वपूर्ण है (Cash-flow in Free Market) जिस कार्य के लिए वित्त सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है।
- कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण (Important for employees): आप अगर कोई संस्थान चला रहे हैं तो वहां पर आप अकेले सारे काम नही कर सकते आपको कर्मचारियों को भी नियुक्त करना पड़ेगा, और समय समय पर उनकी तनख्वाह भी देनी पड़ेगी, इन कार्यों में वित्त आपकी सहायता करेगा।
- सरकार के लिए महत्वपूर्ण (Important for Government): हम अक्सर सुनते है सरकारें इतने घटे में चल रही हैं या तो सरकार इन चीजों पर सब्सिडी दे रही है, सरकारों को देश के कोई भी कार्य करने के लिए सबसे पहले वित्त की आवश्कता पड़ती है।
निष्कर्ष
Eugene F. Fama यूजीन एफ फामा, 2013 आर्थिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेता, को “आधुनिक वित्त के पिता” के रूप में मान्यता प्राप्त है।
फाइनेंस हमे यह बताता है कि कौन सा पैसा कब और कहां इन्वेस्ट करना है, यह हमे कैश फ्लो के बारे में जानकारी देता है गौर करने वाली बात यह है की वित्तीय सेवाएं वित्तीय वस्तुओं के समान नहीं होती हैं।
वित्तीय सामान ऐसे उत्पाद हैं, जैसे बंधक, स्टॉक, बांड और बीमा पॉलिसियां। वित्तीय सेवाएं वित्तीय संस्थाओं द्वारा दी जाने वाली सेवाएं होती हैं। एक ग्राहक के लिए एक वित्तीय सलाहकार द्वारा दी की जाने वाली निवेश सलाह और प्रबंधन वित्तीय सेवाओं का एक उदाहरण है।
आप काफी अच्छा लिखते है । हर पॉइंट को कवर करते हो और काफी गहराई से चीजो को explain करते हो ।
धन्यवाद
Good and dip explanation about finance
Too much helpful and clear my all doubts through this posts.